FACEBOOK KYA HAI | WHAT IS FACEBOOK
Facebook
एक social networking site है | जैसा कि आप सभी जानते हैं सोशल नेटवर्किंग
साइट्स में हम अपने परिवारिक मित्रों परिवार के सदस्यों व बहुत सारे ऐसे
लोगों से मिलते जुलते है जिन्हें हम नहीं जानते इनके ज़रिये हम अपने नए
मित्र बनाते है लोगो को follow करते है उनके द्वारा चढाये गए data पर like
unlike comment इत्यादी करते हैं | वैसे तो बहुत सारी social networking
sites है जैसे की Gmail,whatsapp,twitter इत्यादि परन्तु facebook एक ऐसा
प्लेटफार्म है जो दुनिया में सबसे ज्यादा use किया जाता है |
FACEBOOK KA ISTEMAL
पहले facebook का इस्तेमाल केवल messaging के लिए किया जाता था जहां लोग अपने परिवार के सदस्यों school friends आदि को अपनी फोटोज या मैसेज भेजा करते थे परंतु अब फेसबुक का इस्तेमाल business education entertainment और भी बहुत सारे क्रियाकलापों को करने के लिए किया जाता है फेसबुक पर आप हर रोज हजारों लोगों से एक साथ कॉन्टैक्ट बना सकते हैं अब फेसबुक के अंदर बहुत सारे ऐसे नए feature जोड़ दिए गए हैं जिससे हम किसी के बारे में भी कुछ ना कुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं फेसबुक पर हमें प्रसिद्ध लोगों के pages groups मिल जाते हैं जिससे कि हम उनकी रोजाना की जिंदगी के पलों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं facebook पर हम लाइव वीडियो चैट भी कर सकते हैं facebook के द्वारा हम अपने बिजनेस को पब्लिक तक आसानी से पहुंचा सकते आज फेसबुक पर बहुत सारे लोगों ने अपनी दुकाने खोल रखी है हम सीधे फेसबुक पर से ही इन दुकानों पर से online product खरीद सकते हैं |
FACEBOOK KI HISTORY
जैसा कि
आप सभी जानते हैं दुनिया में हर चीज का इतिहास होता है कोई इतिहास बुरा
होता है और कोई इतिहास बहुत यादगार होता है फेसबुक का इतिहास ज्यादा पुराना
तो नहीं है परंतु काफी रोचक है आज अगर कोई कहता है कि facebook का
founder कौन है तो सभी यही कहेंगे की facebook का founder "Mark zukerberg"
है
परंतु ऐसा नहीं है भारतीयों पर अंग्रेजी शासन ने बहुत समय तक राज किया और शोषण किया और हमारे द्वारा बनाए गए नए साधनों को अपने द्वारा बनाए जाने का दावा किया ऐसा ही कुछ facebook और facebook के founder के साथ हुआ facebook का real founder एक भारतीय है जिनका नाम "Divya narendera"है उनके माता पिता डॉक्टर थे जो भारत से अमेरिका गए थे वहीं दिव्या का जन्म हुआ और जब वे बड़े हो गए तो उन्होंने हार्ड वर्ड के ऊपर काफी काम किया और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी करते थे तभी उन्होंने एक प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया जिसका नाम था फेसबुक तब मार्क जुकरबर्ग को फेसबुक में एक एडवाइजर के तौर पर रखा गया परंतु Mark Zuckerberg ने चालाकी से फेसबुक का प्रोजेक्ट चुरा लिया और अपने नाम से फेसबुक का डोमेन भी रजिस्टर करवा लिया दिव्य और मार्क जुकरबर्ग में इस बात को लेकर काफी बहस हुई और होवार्ड यूनिवर्सिटी ने इस मामले में दिव्या से कोर्ट में जाने की अपील की 2004 में दिव्या ने Mark Zuckerberg के खिलाफ मुकदमा दायर किया जिसमें फैसला दिव्या के पक्ष में गया और मार्क को दंड के तौर पर दिव्या को 650 लाख डॉलर देने पड़े परंतु उस समय फेसबुक की कीमत इससे कहीं ज्यादा थी इसलिए दिव्या ने 2008 में फिर से मुकदमा दायर किया परंतु कोर्ट अपने पुराने फैसले पर ही रहा |
परंतु ऐसा नहीं है भारतीयों पर अंग्रेजी शासन ने बहुत समय तक राज किया और शोषण किया और हमारे द्वारा बनाए गए नए साधनों को अपने द्वारा बनाए जाने का दावा किया ऐसा ही कुछ facebook और facebook के founder के साथ हुआ facebook का real founder एक भारतीय है जिनका नाम "Divya narendera"है उनके माता पिता डॉक्टर थे जो भारत से अमेरिका गए थे वहीं दिव्या का जन्म हुआ और जब वे बड़े हो गए तो उन्होंने हार्ड वर्ड के ऊपर काफी काम किया और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी करते थे तभी उन्होंने एक प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया जिसका नाम था फेसबुक तब मार्क जुकरबर्ग को फेसबुक में एक एडवाइजर के तौर पर रखा गया परंतु Mark Zuckerberg ने चालाकी से फेसबुक का प्रोजेक्ट चुरा लिया और अपने नाम से फेसबुक का डोमेन भी रजिस्टर करवा लिया दिव्य और मार्क जुकरबर्ग में इस बात को लेकर काफी बहस हुई और होवार्ड यूनिवर्सिटी ने इस मामले में दिव्या से कोर्ट में जाने की अपील की 2004 में दिव्या ने Mark Zuckerberg के खिलाफ मुकदमा दायर किया जिसमें फैसला दिव्या के पक्ष में गया और मार्क को दंड के तौर पर दिव्या को 650 लाख डॉलर देने पड़े परंतु उस समय फेसबुक की कीमत इससे कहीं ज्यादा थी इसलिए दिव्या ने 2008 में फिर से मुकदमा दायर किया परंतु कोर्ट अपने पुराने फैसले पर ही रहा |
और इस तरह मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक को अपने नाम कर लिया और आज वही फेसबुक के फाउंडर के रूप में जाने जाते हैं |
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